विद्यारंभ मुहूर्त 2024: विद्यारंभ समारोह एक बच्चे के पहली बार स्कूल में शामिल होने से पहले किया जाता है, जो बच्चे के जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसलिए हिंदू धर्म में बच्चे की शिक्षा शुरू करने के लिए विद्यारंभ मुहूर्त जानना अनिवार्य है। इस लेख में, हम विद्यारंभ मुहूर्त 2024 के लिए सभी महत्वपूर्ण तिथियां और समय प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, इस आर्टिकल में आपको विद्यारंभ मुहूर्त का महत्व, अर्थ और इसकी गणना कैसे की जाती है, यह सब भी जानने को मिलेगा। तो आइए सबसे पहले एक नज़र डालते हैं वर्ष विद्यारंभ मुहूर्त की सूची पर।
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विद्यारंभ मुहूर्त 2024 की सूची
जनवरी
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
05 जनवरी, 2024 | शुक्रवार | शाम 04 बजकर 49 मिनट से शाम 06 बजकर 17 मिनट तक | चित्रा |
07 जनवरी, 2024 | रविवार | पहला मुहूर्त: सुबह 08 बजकर 04 मिनट से सुबह 09 बजकर 20 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: शाम 04 बजकर 21 मिनट से शाम 05 बजकर 39 मिनट तक। | विशाखा |
12 जनवरी, 2024 | शुक्रवार | सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक। | उत्तराषाढ़ा |
14 जनवरी, 2024 | रविवार | सुबह 05 बजकर 14 मिनट से सुबह 07 बजकर 15 मिनट तक। | धनिष्ठा |
21 जनवरी, 2024 | रविवार | सुबह 04 बजकर 46 मिनट से सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक। | रोहिणी |
26 जनवरी, 2024 | शुक्रवार | सुबह 07 बजकर 12 मिनट से सुबह 08 बजकर 17 मिनट तक। | पुष्य |
31 जनवरी, 2024 | बुधवार | सुबह 09 बजकर 24 मिनट से सुबह 11 बजकर 09 मिनट तक। | हस्त |
फरवरी
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
01 फरवरी, 2024 | गुरुवार | सुबह 09 बजकर 21 मिनट से सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक। | चित्रा |
04 फरवरी, 2024 | रविवार | सुबह 07 बजकर 08 मिनट से सुबह 09 बजकर 45 मिनट तक। | विशाखा |
07 फरवरी, 2024 | बुधवार | सुबह 08 बजकर 57 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक। | पूर्वाषाढ़ा |
11 फरवरी, 2024 | रविवार | सुबह 08 बजकर 41 मिनट से सुबह 11 बजकर 41 मिनट तक। | शतभिषा |
14 फरवरी, 2024 | बुधवार | सुबह 08 बजकर 29 मिनट से सुबह 09 बजकर 59 मिनट तक। | रेवती |
15 फरवरी, 2024 | गुरुवार | सुबह 08 बजकर 25 मिनट से सुबह 09 बजकर 26 मिनट तक। | अश्विनी |
18 फरवरी, 2024 | रविवार | सुबह 10 बजकर 18 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक। | मृगशिरा |
21 फरवरी, 2024 | बुधवार | सुबह 08 बजकर 02 मिनट से सुबह 11 बजकर 02 मिनट तक। | पुनर्वसु |
25 फरवरी, 2024 | रविवार | सुबह 09 बजकर 56 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक। | पूर्वाफाल्गुनी |
28 फरवरी, 2024 | बुधवार | सुबह 02 बजकर 17 मिनट से सुबह 04 बजकर 18 मिनट तक। | चित्रा |
29 फरवरी, 2024 | गुरुवार | सुबह 08 बजकर 55 मिनट से सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक। | चित्रा |
मार्च
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
06 मार्च, 2024 | बुधवार | रात 09 बजकर 11 मिनट से रात 10 बजकर 38 मिनट तक। | उत्तराषाढ़ा |
07 मार्च, 2024 | गुरुवार | पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 44 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: रात 09 बजकर 07 मिनट से रात 11 बजकर 24 मिनट तक। | उत्तराषाढ़ा |
20 मार्च, 2024 | बुधवार | पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 45 मिनट से सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 08 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक। | पुष्य |
21 मार्च, 2024 | गुरुवार | पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 46 मिनट से सुबह 09 बजकर 08 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 04 मिनट से दोपहर 01 बजकर 18 मिनट तक। | आश्लेषा |
27 मार्च, 2024 | बुधवार | पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 09 मिनट से सुबह 08 बजकर 44 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक। | चित्रा |
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अप्रैल
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
03 अप्रैल, 2024 | बुधवार | शाम 07 बजकर 21 मिनट से रात 09 बजकर 41 मिनट तक। | उत्तराषाढ़ा |
04 अप्रैल, 2024 | गुरुवार | शाम 07 बजकर 17 मिनट से रात 09 बजकर 37 मिनट तक। | श्रावण |
05 अप्रैल, 2024 | शुक्रवार | सुबह 06 बजकर 06 मिनट से सुबह 08 बजकर 09 मिनट तक | धनिष्ठा |
12 अप्रैल, 2024 | शुक्रवार | रात 09 बजकर 45 मिनट से रात 11 बजकर 18 मिनट तक | रोहिणी |
14 अप्रैल, 2024 | रविवार | सुबह 05 बजकर 56 मिनट से सुबह 07 बजकर 34 मिनट तक | आर्द्रा |
17 अप्रैल, 2024 | बुधवार | सुबह 09 बजकर 17 मिनट से सुबह 11 बजकर 32 मिनट तक | आश्लेषा |
18 अप्रैल, 2024 | गुरुवार | पहला मुहूर्त: 09 बजकर 19 मिनट से सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: शाम 06 बजकर 22 मिनट से रात 08 बजकर 42 मिनट तक | आश्लेषा |
19 अप्रैल, 2024 | शुक्रवार | सुबह 05 बजकर 51 मिनट तक सुबह 06 बजकर 46 मिनट तक | माघ |
मई
मई माह में कोई विद्यारंभ मुहूर्त 2024 नहीं है। मई महीने में शुभ समय के बारे में जानने के लिए किसी ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।
जून
जून माह में कोई विद्यारंभ मुहूर्त 2024 नहीं है। जून महीने में शुभ समय के बारे में जानने के लिए किसी ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।
जुलाई
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
03 जुलाई, 2024 | बुधवार | सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 06 बजकर 29 मिनट तक | रोहिणी |
07 जुलाई, 2024 | रविवार | शाम 07 बजकर 50 मिनट से रात 09 बजकर 32 मिनट तक | पुष्य |
10 जुलाई, 2024 | बुधवार | सुबह 07 बजकर 37 मिनट से सुबह 09 बजकर 22 मिनट तक | माघ |
11 जुलाई, 2024 | गुरुवार | शाम 07 बजकर 49 मिनट से रात 09 बजकर 16 मिनट तक | पूर्वाफाल्गुनी |
अगस्त
अगस्त माह में कोई विद्यारंभ मुहूर्त नहीं है। अगस्त महीने में शुभ समय के बारे में जानने के लिए किसी ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।
सितंबर
सितंबर माह में कोई विद्यारंभ मुहूर्त 2024 नहीं है। सितंबर महीने में शुभ समय के बारे में जानने के लिए किसी ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।
अक्टूबर
अक्टूबर माह में कोई विद्यारंभ मुहूर्त नहीं है। अक्टूबर महीने में शुभ समय के बारे में जानने के लिए किसी ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।
नवंबर
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
17 नवंबर, 2024 | रविवार | पहला मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 32 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 16 मिनट से दोपहर 03 बजकर 41 मिनट तक। | रोहिणी |
20 नवंबर, 2024 | बुधवार | पहला मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक। | पुनर्वसु |
21 नवंबर, 2024 | गुरुवार | पहला मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 01 मिनट से दोपहर 03 बजकर 26 मिनट तक। | पुष्य |
24 नवंबर, 2024 | रविवार | दोपहर 03 बजकर 07 मिनट से शाम 04 बजकर 55 मिनट तक। | उत्तराफाल्गुनी |
27 नवंबर, 2024 | बुधवार | पहला मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 27 मिनट से दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: शाम 06 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 47 मिनट तक। | चित्रा |
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दिसंबर
तिथि | दिन | मुहूर्त | नक्षत्र |
04 दिसंबर, 2024 | बुधवार | सुबह 10 बजे से सुबह 11 बजकर 42 मिनट तक। | पूर्वाषाढ़ा |
05 दिसंबर, 2024 | गुरुवार | दोपहर 01 बजकर 06 मिनट से दोपहर 02 बजकर 31 मिनट तक। | उत्तराषाढ़ा |
06 दिसंबर, 2024 | शुक्रवार | सुबह 09 बजकर 52 मिनट से सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक। | श्रावण |
11 दिसंबर, 2024 | बुधवार | पहला मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 32 मिनट से सुबह 11 बजकर 03 मिनट तक। दूसरा मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 42 मिनट से दोपहर 02 बजकर 07 मिनट तक। | रेवती |
12 दिसंबर, 2024 | गुरुवार | सुबह 09 बजकर 28 मिनट से सुबह 09 बजकर 52 मिनट तक। | अश्विनी |
19 दिसंबर, 2024 | गुरुवार | रात 11 बजकर 59 मिनट से 20 दिसंबर की मध्यरात्रि 01 बजकर 20 मिनट तक। | आश्लेषा |
25 दिसंबर, 2024 | बुधवार | सुबह 08 बजकर 37 मिनट से सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक। | चित्रा |
26 दिसंबर, 2024 | गुरुवार | सुबह 08 बजकर 33 मिनट से सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक। | स्वाति |
27 दिसंबर, 2024 | शुक्रवार | सुबह 10 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक। | विशाखा |
विद्यारंभ मुहूर्त 2024 का अर्थ व महत्व
जैसा कि नाम से ही प्रतीत हो रहा है कि विद्यारंभ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला विद्या और दूसरा आरंभ, जिसका अर्थ है शिक्षा की शुरुआत। प्रत्येक व्यक्ति के लिए शिक्षा बहुत ही जरूरी है क्योंकि विद्या आरंभ करने के बाद ही किसी भी व्यक्ति को ज्ञान की प्राप्ति होती है। सनातन धर्म में विद्यारंभ संस्कार बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। विद्यारंभ संस्कार धार्मिक, आध्यात्मिक और सांसारिक ज्ञान को प्राप्त करने का पहला चरण है और इसी संस्कार के चलते बच्चा सर्वगुण सम्पन्न बनता है। वह बड़ा होकर अपनी जिम्मेदारियों का पालन करता है और संसार को जानने की क्षमता उसके अंदर पैदा होती है।
जिस तरह हर काम को करने का एक सही समय होता है, वैसे ही विद्यारंभ करने के लिए भी शुभ मुहूर्त और सही उम्र का होना बेहद आवश्यक है। पहले समय में लोग अपने बच्चों का विद्यारंभ संस्कार पांच साल की उम्र तक करवाते थे लेकिन आजकल लोग तीन से चार साल की उम्र में ही विद्यारंभ संस्कार करवा लेते हैं। हालांकि उम्र चाहे जो भी हो लेकिन सही मुहूर्त का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
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विद्यारंभ मुहूर्त 2024: गणना व संपन्न करने का समय
ज्योतिष शास्त्रों में विद्यारंभ संस्कार का बहुत अधिक महत्व बताया गया है इसलिए माता-पिता को अपने बच्चे की जन्म कुंडली किसी अच्छे ज्योतिषी या पंडित को दिखाकर विद्यारंभ संस्कार के लिए मुहूर्त निकलवाना चाहिए। इसके लिए बच्चे की कुंडली के साथ-साथ तिथि, नक्षत्र, राशि और वार आदि जैसे आवश्यक पहलुओं पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। चलिए जानते हैं विद्यारंभ मुहूर्त 2024 के लिए कौन-कौन से वार, तिथि, नक्षत्र और राशि माने जाते हैं।
शुभ वार | शुभ नक्षत्र | शुभ राशि | शुभ तिथि |
सोमवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार | रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, अश्विनी, मृगशिरा, उत्तराषाढ़ा, चित्रा, स्वाति, अभिजीत, धनिष्ठा, श्रवण, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और शतभिषा, हस्त, मूल, रेवती और पूर्वाषाढ़ा | वृषभ, मिथुन, सिंह, कन्या, और धनु लग्न | माघ शुक्ल की सप्तमी, फाल्गुन शुक्ल की तृतीया और चैत्र-वैशाख की शुक्ल तृतीया |
विद्यारंभ मुहूर्त 2024 निकालते समय तिथियों, राशियों और वारों के चुनाव में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ऊपर हमने आपको बताया कि विद्यारंभ संस्कार कब करना शुभ होता है। इसके साथ ही, आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि यह संस्कार कब-कब नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि चतुर्दशी, अमावस्या, प्रतिपदा, अष्टमी तिथि और सूर्य संक्रांति के दिन इस संस्कार को करना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही पौष, माघ, फाल्गुन मे आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भी विद्यारंभ संस्कार नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही चंद्र दोष और तारा दोष के समय भी इस संस्कार को करना वर्जित माना जाता है।
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विद्यारंभ मुहूर्त 2024: विधि व नियम
विद्यारंभ संस्कार शुरू करने के कुछ विधि व नियम बताए जा रहे हैं, जिसका पालन जरूर करना चाहिए।
- विद्यारंभ संस्कार को करने से पहले बालक या बालिका को स्नान करवाकर साफ कपड़े पहनाने चाहिए। माता-पिता को भी स्नान-ध्यान करके साफ कपड़े पहनना चाहिए।
- इस संस्कार की शुरुआत गणेश पूजा से करनी चाहिए। इसके बाद माता सरस्वती का ध्यान करके इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। मंत्र- ‘ॐ पावका नः सरस्वती, वाजेभिवार्जिनीवती। यज्ञं वष्टुधियावसुः। ॐ सरस्वत्यै नमः। आवाहयामि, स्थापयामि, ध्यायामि।’
- सरस्वती पूजा के बाद गुरु पूजा करनी चाहिए। यदि कोई गुरु उपस्थित नहीं हो, तो नारियल को गुरु मानकर पूजा करनी चाहिए।
- इसके बाद शिक्षा प्राप्ति के लिए आवश्यक चीजें जैसे कलम, दवात, पट्टी आदि की भी विधि पूर्वक पूजा करें।
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इसी आशा के साथ कि आपको यह लेख भी पसंद आया होगा Omasttro के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।