शनि का कुंभ राशि में उदय: ज्योतिष में शनि देव को न्याय के देवता और कर्मफल दाता कहा जाता है क्योंकि यह मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष में शनि ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो अब जल्द ही अपनी अस्त अवस्था से बाहर आते हुए कुंभ राशि में उदित होने जा रहे हैं। शनि महाराज की इस अवस्था का प्रभाव राशियों समेत देश-दुनिया पर भी नज़र आएगा। शनि ग्रह 18 मार्च 2024 को कुंभ राशि में उदित हो जाएंगे। आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शनि का कुंभ राशि में उदय दुनिया को किस तरह प्रभावित करेगा।
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शनि देव कर्म, कड़ी मेहनत और न्याय के देवता हैं और यह मजदूरों या श्रमिक वर्ग आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह एक ऐसे देवता हैं जो मनुष्य द्वारा अपने पूरे जीवनकाल में किये गए कामों का हिसाब रखते हैं और उन कर्मों के अनुसार यह निर्धारित करते हैं कि व्यक्ति को अच्छे या बुरे किस तरह के परिणाम प्रदान करने चाहिए। शनि ग्रह मुख्य रूप से अनुशासन और मेहनत आदि का शुभ फल देने के लिए जाने जाते हैं। यह किसी व्यक्ति को अपने जीवन में समस्याओं का सामना करने, मुश्किलों के बाद भी डटे रहने और अपने उद्देश्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत के साथ कोशिश करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। भगवान शनि मनुष्य के जीवन में समस्याएं पैदा करके उसे जीवन के महत्वपूर्ण सबक देने का काम करते हैं जिससे हम उनसे सीखते हुए आगे बढ़ें।
जैसे कि पृथ्वी के पास चंद्रमा है, ठीक इसी प्रकार शनि ग्रह के भी अपने कुल 62 उपग्रह हैं। प्रत्येक वर्ष शनि लगभग 135 दिनों तक वक्री गति से आगे बढ़ते हैं और इन्हें अपना एक राशि चक्र पूरा करने में 30 वर्षों का समय लगता है। बता दें कि शनि ग्रह एक राशि में लगभग 2.5 वर्ष तक रहते हैं। यह व्यक्ति के पूर्व जन्मों के कर्मों के अनुसार उसके जीवन में समस्याएं और बाधाएं उत्पन्न करते हैं। लेकिन, इससे पहले हमें अपनी कमियों और गलतियों को स्वीकार करना होता है।
वैदिक ज्योतिष में शनि की स्थिति कुंडली में दर्शाती है कि व्यक्ति को अपने जीवन के किस क्षेत्र में संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, इस बात की भी जानकारी मिलती है कि इन समस्याओं से निपटने में व्यक्ति सक्षम होगा या फिर नहीं।
शनि का कुंभ राशि में उदय: समय
शनि देव 18 मार्च 2024 की सुबह 07 बजकर 49 मिनट पर कुंभ राशि में उदित होने जा रहे हैं क्योंकि सूर्य मीन राशि में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ऐसे में, शनि ग्रह अब एक लंबे अर्से बाद अपनी अस्त अवस्था से बाहर आ जाएंगे। हालांकि, शनि का कुंभ राशि में उदय सभी राशियों को प्रभावित करेगा। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए शनि की यह अवस्था शुभ और अशुभ रहेगी।
शनि का कुंभ राशि में उदय: इन राशियों पर मेहरबान होंगे शनि देव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह आपके दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो आपके ग्यारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आप नए लोगों के साथ संपर्क स्थापित करेंगे जिससे आपको पेशेवर जीवन में तरक्की की प्राप्ति होगी। इन लोगों की सभी तरह की भौतिक इच्छाएं पूरी होंगी। इस दौरान आपकी मुलाकात ऐसे लोगों से होगी जो मेहनती, अनुशासित और व्यवस्थित होंगे। साथ ही, यह आपको करियर के क्षेत्र में आगे बढ़ने में सहायता करेंगे। शनि का कुंभ राशि में उदय के दौरान आपको अचानक से धन लाभ होने के योग बनेंगे और आपके वेतन में भी वृद्धि होने की संभावना है। जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें अच्छा मुनाफा मिलेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शनि महाराज आपके नौवें और दसवें भाव के अधिपति देव हैं। यह आपके लिए लाभकारी ग्रह माने गए हैं जो अब आपके दसवें भाव में विराजमान हैं और इसी भाव में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, यह समय आपके करियर के लिए अच्छा रहेगा क्योंकि इस दौरान आपको सुनहरे अवसरों की प्राप्ति होगी। साथ ही, कार्यक्षेत्र पर आपके बॉस और वरिष्ठ आपके काम पर ध्यान देते हुए नज़र आएंगे। ऐसे में, आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत का फल आपको प्राप्त होगा जो कि पदोन्नति और करियर में वृद्धि के रूप में आ सकता है। जिन जातकों का अपना बिज़नेस है उनके व्यापार में बढ़ोतरी होगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में शनि देव आपके आठवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पिता, भाग्य, धर्म और लंबी दूरी की यात्रा के भाव यानी की नौवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। अगर आप उच्च शिक्षा पाने के बारे में सोच रहे हैं या इसमें आपको देरी का सामना करना पड़ रहा है, तो इस समय को आपके लिए अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि अब परिस्थितियां आपके पक्ष में होंगी। इन जातकों के लंबी दूरी की यात्रा पर जाने की भी संभावना है और ऐसे में, आप परिवार के साथ तीर्थस्थल की यात्रा पर जा सकते हैं या फिर बिज़नेस या नौकरी की वजह से भी आपको लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है। साथ ही, काम के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जाने के भी योग बनेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए शनि महाराज आपके पांचवें और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके छठे भाव में उदित हो जाएंगे। ऐसे में, यह अवधि उन लोगों के लिए शानदार रहेगी जिनका संबंध सरकार या कानूनी क्षेत्र आदि से है। अगर आपका कोई कानूनी मुकदमा चल रहा है या फिर आप किसी कानूनी मसले के समाधान का इंतजार कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि इस बात की प्रबल संभावना है कि इन मामलों का परिणाम आपके पक्ष में आए। जो जातक किसी प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने जा रहे हैं, उन्हें इसमें सफलता की प्राप्ति होगी। कन्या राशि के जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं, वह अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर सकेंगे।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शनि महाराज अत्यंत लाभकारी ग्रह माने जाते हैं। आपकी कुंडली में इन्हें चौथे और पांचवें भाव पर स्वामित्व प्राप्त हैं जो अब आपके पांचवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का उदय होना उन लोगों के लिए सहायक साबित होगा जिनका जुड़ाव सामाजिक कल्याण या सामाजिक गतिविधियों से हैं। इस दौरान आपका झुकाव धर्म-कर्म के कार्यों में होगा और आप दान आदि करते हुए दिखाई देंगे। शनि का कुंभ राशि में उदय संतान के साथ आपके रिश्ते को मधुर बनाने का काम करेगा। जिन जातकों का अपना व्यापार है. वह इस समय नई डील करने के साथ-साथ नए-नए लोगों के साथ संपर्क में आ सकते हैं जिससे आपको व्यापार बढ़ाने में सहायता प्राप्त होगी।
मकर राशि
मकर राशि वालों की कुंडली में शनि ग्रह आपके लग्न भाव और दूसरे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि देव आपसे मेहनत करवाते हुए नए सिरे से जीवन की शुरुआत करने के लिए आपको प्रेरित करेंगे। यह जातक अपनी मेहनत के बल पर पैसा कमाने में सक्षम होंगे। जिन जातकों का अपना फैमिली बिज़नेस है वह धीरे-धीरे इसे सफलता के मार्ग पर लेकर जाएंगे। इस राशि वाले अपने परिवार की जड़ों से बहुत मज़बूती के साथ जुड़े हैं और आप उनकी परंपराओं एवं मान्यताओं को बहुत अनुशासित तरीके से आगे लेकर जाएंगे क्योंकि शनि आपके दूसरे भाव में उदित हो रहे हैं।
शनि का कुंभ राशि में उदय: अचूक एवं सरल उपाय
शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए नीचे हम आपको कुछ प्रभावशाली उपाय प्रदान कर रहे हैं।
- प्रतिदिन शनि देव के बीज मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चरा नमः” का जाप करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- गरीब या जरूरतमंद लोगों को काले या ग्रे रंग के कपड़े दान करें।
- प्रत्येक शनिवार भगवान शनि के मंदिर जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- गरीबों को हर शनिवार काले चने की खिचड़ी का दान करें।
- जरूरतमंदों को जूते दान में दें।
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