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शनि कुंभ राशि में मार्गी: देश-दुनिया को किस तरह करेंगे प्रभावित? जानें!

 



Omasttro  का यह विशेष ब्लॉग आपको  “शनि कुंभ राशि में मार्गी” के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय एवं प्रभाव आदि। ज्योतिष में शनि देव को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है जो अपने प्रभाव से राजा को रंक और रंक को राजा बनाने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में, इनकी चाल, दशा या राशि में होने वाला बदलाव सभी राशियों समेत देश-दुनिया को प्रभावित करता है। अब शनि ग्रह 15 नवंबर 2024 की शाम 05 बजकर 09 मिनट पर कुंभ राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में, हमारा यह ब्लॉग आपको शनि कुंभ राशि में मार्गी का विश्व पर पड़ने वाले प्रभावों से अवगत करवाएगा। 



शनि ज्योतिष की दृष्टि से

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को अनुशासन, प्रतिबद्धता और संरचना का कारक ग्रह माना गया है। साथ ही, इनका संबंध कड़ी मेहनत, जीवन में सीमाएं स्थापित करने और समस्याओं एवं बाधाओं से मिलने वाले सबक से है। हालांकि, शनि महाराज को एक शिक्षक माना गया है जो व्यक्ति को जीवन में महत्वपूर्ण शिक्षा देते हैं और कभी न भूलने वाले सबक सिखाते हैं। 

  1. अनुशासन एवं प्रतिबद्धता: शनि देव किसी व्यक्ति को जीवन में जिम्मेदारियों के महत्व को समझाते हैं और ऐसे में, यह हमें जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ-साथ उनसे मिलने सबक से सीखने के लिए प्रेरित करते हैं।
  2. संरचना और सीमाएं: शनि ग्रह का संबंध एक शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए सीमाएं स्थापित करने से भी है क्योंकि यह हमें सिखाते हैं कि जीवन में हमने हमारे और दूसरों के लिए क्या सीमाएं स्थापित की हैं। 
  3. समस्याएं और प्रगति: शनि महाराज एक व्यक्ति के जीवन में समस्याएं लेकर आने के लिए जाने जाते हैं जो आपको मुश्किल लग सकती हैं। हालांकि, आपके जीवन की यह समस्याएं आपको परिपक्व बनाती हैं और आपके लिए प्रगति लेकर आती हैं। 
  4. समय और धैर्य: शनि ग्रह से परिणाम प्राप्त करने के लिए धैर्य और लंबे समय तक इंतज़ार करने की जरूरत होती है। यह दर्शाते हैं कि जीवन में मिलने वाली सफलता की रफ़्तार धीमी हो सकती है, लेकिन लगातार प्रयास करने से कामयाबी अवश्य प्राप्त होती है।  

वैदिक ज्योतिष में शनि देव को एक प्रमुख ग्रह का दर्जा प्राप्त है और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर इनका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। कुंडली में शनि की शुभ या अशुभ स्थिति किसी व्यक्ति के जीवन की दिशा निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

कुंभ राशि में शनि की विशेषताएं

न्याय के देवता शनि महाराज कुंडली में जब अपनी राशि कुंभ में विराजमान होते हैं, तो वह व्यक्ति को बुद्धिमान और जिज्ञासु बनाते हैं, उन्हें मान-सम्मान की प्राप्ति होती है और नए संपर्क स्थापित करने में ज्यादा समय नहीं लगता है। शनि देव कुंभ राशि के अधिपति हैं जो कि प्रगति, विशिष्टता, लक्ष्य या सपने को सच करने की क्षमता और नई सोच का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में, कुंभ राशि में शनि के तहत जन्मे जातक अपनी रुचि के अनुसार आगे बढ़ना पसंद करते हैं।


ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कुंभ राशि का प्रतीक चिन्ह एक स्त्री है जो मटके से पानी नीचे गिरा रही है। आपको बता दें कि मटके से पानी गिराने का अर्थ है अतीत की बातों जाने देना या उन्हें भूलकर आगे बढ़ना, सोच और विचारों पर लगी पाबंदियों को हटाकर एक नई सोच के लिए जगह बनाना। यह सभी विशेषताएं कुंभ राशि में शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करती हैं और ठीक, इसी तरह के गुण शनि कुंभ राशि के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातकों में भी होते हैं।     


शनि कुंभ राशि में मार्गी: विश्व पर प्रभाव

सरकार और उनकी नीतियां

  • विश्व स्तर पर वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कुछ नीतियां लागू की जा सकती हैं और भारत को इन नीतियों से लाभ प्राप्त होगा। 
  • भारत सरकार द्वारा डीजल ऑटोमोबाइल के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने के लिए नियम लागू किये जा सकते हैं।
  • वर्तमान समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर होने लगेंगी। 
  • सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर सरकार द्वारा कुछ विशेष दिशा-निर्देश और नीतियां सामने आ सकती हैं।


कानून एवं न्यायपलिका

  • शनि के मार्गी होने से सामाजिक स्तर पर कुछ नियमों को सुधारा जा सकता है जिसका सीधा फायदा जनता को मिल सकेगा। 
  • न्यायपालिकाद्वारा लिए गए बड़े फैसलों का असर देश की कानून व्यवस्था पर दिखाई दे सकता है।
  • इस अवधि में अधिकारियों ने जिन कमियों की तरफ इशारा किया था, उन्हें न्यायपालिका द्वारा दूर करने का प्रयास किया जा सकता है। 

विज्ञान एवं तकनीक 

  • शनि मार्गी के दौरान आईटी क्षेत्र मंदी के प्रभाव से बाहर आ सकेगा। 
  • यह अवधि लगभग सभी क्षेत्रों में तकनीक को बढ़ावा देगी।
  • मेडिकल के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार देखने को मिलेंगे। 

लेदर, लोहा और स्टील से जुड़े व्यापार

  • विश्व में लेदर या चमड़े की मांग में वृद्धि होगी। 
  • शनि की मार्गी अवस्था की अवधि में चमड़े से बने हुए सामान पर लगाए जाने वाले टैक्स को कम किया जा सकता है। ऐसे में, इन वस्तुओं का व्यापार और आयात-निर्यात करना आसान हो जाएगा।
  • इस समय लोहा, स्टील और स्क्रैप से जुड़े उद्योगों का प्रदर्शन शानदार रहेगा क्योंकि इन सभी चीज़ों पर शनि ग्रह का स्वामित्व है। 


शनि कुंभ राशि में मार्गी: शेयर बाजार रिपोर्ट 

ज्योतिष के अनुसार, सौरमंडल में शनि दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है जो मनुष्य के जीवन समेत विश्व को अत्यधिक प्रभावित करता है। हमारे ब्लॉग के इस सेक्शन में हम आपको बताएंगे कि 15 नवंबर 2024 को शनि कुंभ राशि में मार्गी होकर शेयर बाजार को किस तरह प्रभावित करेंगे। साथ ही, आप शेयर मार्केट के बारे में विस्तार से शेयर बाज़ार भविष्यवाणी पर जान सकते हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं शनि मार्गी होकर शेयर बाजार को कैसे परिणाम देंगे। 

  • आईटी, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
  • शनि मार्गी के दौरान ट्रांसपोर्ट और टेलिकम्युनिकेशन से संबंधित क्षेत्र काफ़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे। 
  • इस अवधि में पब्लिक और फार्मास्युटिकल क्षेत्र तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। 
  • कोयला और खनन उद्योग प्रगति हासिल करेंगे। 

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. शनि किस तरह के व्यापार को नियंत्रित करते हैं?

शनि देव चमड़ा, स्टील, लोहा, ज्योतिष, गूढ़ विज्ञान आदि के स्वामी माने गए हैं। 

2. शनि ग्रह किस राशि के स्वामी हैं?

राशि चक्र में शनि महाराज मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं।

3. शनि ग्रह की विशेषताएं क्या हैं?

ज्योतिष में शनि महाराज को अनुशासन, जिम्मेदारी और कड़ी मेहनत का ग्रह माना जाता है। 


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