मंगल का चित्रा नक्षत्र में गोचर: ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को पराक्रम, ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक माना गया है। यह ग्रह व्यक्ति के साहसिक निर्णयों, नेतृत्व क्षमता और लक्ष्य प्राप्ति की शक्ति को प्रभावित करता है। जब भी मंगल किसी राशि या नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो उसका असर सीधा 12 राशियों के जीवन पर दिखाई देता है। आने वाले 03 सितंबर 2025 को मंगल देव चित्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषीय दृष्टि से यह परिवर्तन बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि चित्रा नक्षत्र का संबंध रचनात्मकता, सफलता और तेजस्विता से जुड़ा हुआ है।
मंगल का चित्रा नक्षत्र में गोचर जातकों के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार करेगा। इस दौरान कुछ राशियों को व्यापार, नौकरी और करियर में जबरदस्त प्रगति के अवसर प्राप्त होंगे। वहीं, शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी यह समय लाभकारी सिद्ध होगा।
व्यक्तिगत जीवन में भी जातकों के रिश्तों में मजबूती आएगी और नए अवसरों के द्वार खुलेंगे। कुल मिलाकर, यह समय साहस, मेहनत और रचनात्मकता को बढ़ावा देगा, जिससे जातक अपने जीवन में नई दिशा खोज पाएंगे। विशेष रूप से पांच राशियों के लिए यह मंगल गोचर धन, सफलता और सम्मान का मार्ग प्रशस्त करने वाला सिद्ध होगा। आइए जानते हैं वे कौन सी राशियां हैं।
ज्योतिष में मंगल ग्रह का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ऊर्जा, पराक्रम, साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक माना जाता है। इसे सेनापति ग्रह भी कहा जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति को संघर्ष करने की शक्ति और आगे बढ़ने का जज्बा प्रदान करता है। मंगल भूमि-भवन, भाई-बंधु, रक्त, खेल-कूद, तकनीक कार्य, पुलिस और सेना जैसे क्षेत्रों के कारक है। यदि जन्म कुंडली में मंगल शुभ स्थान पर हो, तो जातक को सफलता, मान सम्मान, जमीन-जायदाद का लाभ और नेतृत्व क्षमता प्राप्त होती है। लेकिन यदि मंगल अशुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति क्रोधी स्वभाव का, आक्रामक और झगड़ालू हो सकता है।
अशुभ मंगल वैवाहिक जीवन में समस्या पैदा करता है, जिसे मंगल दोष कहा जाता है। इसके अलावा, दुर्घटनाएं, रक्त विकार, प्रॉपर्टी विवाद जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। मंगल का शुभ फल देने के लिए हनुमान जी की पूजा, लाल वस्त्र व मसूर की दाल का दान और मंगल मंत्र का जाप लाभकारी माना गया है।
इन पांच राशियों को मंगल का चित्रा नक्षत्र में गोचर से होगा लाभ
मेष राशि
मंगल स्वयं मेष राशि के स्वामी ग्रह हैं, इसलिए मंगल का गोचर चित्रा नक्षत्र में गोचर आपके लिए शुभ साबित होगा। इस दौरान आपकी कार्यक्षमता और आत्मविश्वास दोनों में बढ़ोतरी होगी। नौकरी करने वाले जातकों को अपने काम में बेहतर प्रदर्शन का अवसर मिलेगा और वरिष्ठ अधिकारियों से सहयोग भी प्राप्त होगा।
व्यवसायियों के लिए यह समय लाभकारी रहेगा, खासकर यदि आप भूमि, भवन या प्रॉपर्टी से जुड़े कार्य करते हैं तो आपको जबरदस्त मुनाफा मिल सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए भी यह समय सुनहरा अवसर लेकर आएगा और सफलता के प्रबल योग बनेंगे।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए मंगल का चित्रा नक्षत्र में गोचर सौभाग्य लेकर आएगा। लंबे समय से अटके हुए कार्य अब पूरे होने लगेंगे, जिससे मन में संतोष और प्रसन्नता का भाव उत्पन्न होगा। पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा और घर परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा। आर्थिक दृष्टि से यह समय आपको लाभ दिलाने वाला रहेगा।
धन प्राप्ति के साथ-साथ पद-प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। दांपत्य जीवन में प्रेम और समझ बढ़ेगी, जिससे वैवाहिक जीवन और भी मधुर बनेगा।
सिंह राशि
मंगल का यह नक्षत्र गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए ऊर्जा और उत्साह से भरने वाला साबित होगा। करियर और व्यवसाय में आपको नए अवसर मिलेंगे, जो आपकी प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपका सामाजिक दायरा भी विस्तृत होगा। किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करने के लिए यह समय बेहद अनुकूल है।
यदि आप निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपको लाभ देगा। कुल मिलाकर यह गोचर आपकी प्रतिष्ठा और उपलब्धियों में वृद्धि करने वाला होगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए मंगल का चित्रा नक्षत्र में प्रवेश सफलता और स्थिरता लेकर आएगा। कार्यक्षेत्र में आपके प्रयासों को सराहना मिलेगी और मान-सम्मान प्राप्त होगा। आर्थिक दृष्टि से यह समय आपकी स्थिति को मजबूत करेगा, जिससे आप नई योजनाओं पर आत्मविश्वास से आगे बढ़ पाएंगे। विवाह योग्य जातकों के लिए यह समय बेहद अनुकूल है और अच्छे रिश्ते आने के योग हैं। इस अवधि में आपको नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, जो भविष्य में बड़ी उपलब्धियों का मार्ग प्रशस्त करेंगी।
कुल मिलाकर, मंगल का चित्रा नक्षत्र में प्रवेश विशेष रूप से इन पांच राशियों के लिए अत्यधिक लाभकारी रहेगा। यह समय न सिर्फ धन और सफलता दिलाएगा, बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार भी करेगा।
वृश्चिक राशि
मंगल वृश्चिक राशि के स्वामी हैं इसलिए यह गोचर आपके लिए अत्यंत लाभ लाभकारी रहेगा। इस दौरान आपका साहस और आत्मविश्वास कई गुना बढ़ेगा, जिससे आप कठिन परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त कर सकेंगे। नौकरी करने वालों को प्रमोशन या मनचाही जगह पर ट्रांसफर मिलने की संभावना है।
व्यापार से जुड़े लोग नए कॉन्ट्रैक्ट्स या डील्स से लाभ कमा सकते हैं। यात्राएं शुभ रहेंगी और लंबे समय से रुका हुआ धन वापस मिलने के योग हैं। यह समय आपको मानसिक और आर्थिक दोनों स्तर पर सुकून देगा।
इन उपायों से करें मंगल ग्रह को मजबूत
- मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें लाल फूल, सिंदूर व गुड़-चना अर्पित करें।
- मंगल मंत्र “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जाप प्रतिदिन 108 बार करें:
- “मंगल स्तोत्र” और “हनुमान चालीसा” का पाठ करना भी मंगल को बलवान बनाता है।
- गरीबों को लाल वस्त्र, लाल मसूर की दाल, तांबे का बर्तन, गुड़ और लाल फल दान करें।
- किसी जरूरतमंद को तांबे का सिक्का या लाल मूंगा रत्न (ज्योतिष की सलाह से) दान करना मंगल की कृपा दिलाता है।
- ज्योतिषीय सलाह के बाद लाल मूंगा धारण करें।
- मंगल से जुड़ी धातु तांबा है, इसलिए तांबे के बर्तन में पानी पीना लाभकारी होता है।
- मंगलवार को बजरंगबली के मंदिर में जाकर “सिंदूर और चमेली का तेल” चढ़ाएं।
- हनुमान को मीठे पान, गुड़ और लाल फूल अर्पित करें।
- भगवान कार्तिकेय की उपासना करना भी मंगल ग्रह को मजबूत करता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मंगल को ऊर्जा, साहस, पराक्रम और आत्मविश्वास का ग्रह माना गया है। यह व्यक्ति को संघर्ष करने की शक्ति देता है और भूमि-भवन, प्रॉपर्टी, भाई-बंधु और नौकरी-व्यवसाय से जुड़े मामलों पर असर डालता है।
जब मंगल कुंडली में शुभ स्थान पर होता है तो जातक को साहस, नेतृत्व क्षमता, जमीन-जायदाद में लाभ, सफलता, भाई-बहनों से सहयोग और करियर में तरक्की मिलती है।
अशुभ मंगल व्यक्ति को क्रोधी और झगड़ालू बना सकता है। वैवाहिक जीवन में तनाव, दुर्घटनाएँ, प्रॉपर्टी विवाद और रक्त संबंधी बीमारियां भी दे सकता है।