सूर्य का कन्या राशि में गोचर: Om Asttro हमेशा से अपने रीडर्स को ज्योतिष की दुनिया में होने वाली घटनाओं से सबसे पहले अवगत करवाता रहा है, ताकि आप ग्रहों की स्थिति और राशि में होने वाले बदलावों से अवगत रहें।
इसी क्रम में, अब ग्रहों के जनक कहे जाने वाले सूर्य देव 17 सितंबर 2025 की रात 01 बजकर 38 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि सूर्य महाराज को नवग्रहों में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है इसलिए इनकी राशि में होने वाला परिवर्तन न सिर्फ़ राशियों को बल्कि देश-दुनिया को भी प्रभावित करेगा।
आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य का कन्या राशि में गोचर राशियों समेत संसार पर किस तरह से अपना प्रभाव डालेगा।
ज्योतिष में सूर्य ग्रह को जीवनशक्ति, आत्मा और व्यक्तित्व का कारक माना गया है। यह हमारे व्यक्तित्व, पहचान और अंतरात्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, किसी व्यक्ति के कार्यों और उसकी पसंद न पसंद को दर्शाते हैं। बता दें कि कुंडली में सूर्य महाराज अधिकार, आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति और हमारे अंदर ऊर्जा को बनाए रखने वाली जीवन शक्ति को नियंत्रित करते हैं। यह अहंकार, मान-सम्मान और जीवन में सफलता पाने की इच्छा के भी कारक हैं।
ऐसे जातक जिनकी कुंडली में सूर्य देव की स्थिति मज़बूत होती है, उन्हें जीवन में बेहतरीन नेतृत्व क्षमता, महत्वाकांक्षा और विचारों में स्पष्टता का आशीर्वाद मिलता है। वहीं, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमज़ोर अवस्था में होता है या किसी ग्रह से पीड़ित होता है, तो ऐसे जातकों में आत्मविश्वास की कमी, अधिकारियों के साथ समस्याओं या फिर स्वयं को अभिव्यक्त करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह का प्रभाव पिता, करियर और संपूर्ण जीवन पर नज़र आता है। ऐसे में, सूर्य एक महत्वपूर्ण ग्रह बन जाता है जो व्यक्ति के जीवन को आकार देने में विशेष भूमिका निभाता है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: विशेषताएं
कुंडली में सूर्य की कन्या राशि में उपस्थिति व्यावहारिक दृष्टिकोण, बेहतरीन प्रबंधन, चीज़ों की बारीकियों पर ध्यान देने और लक्ष्य पाने की दिशा में आगे बढ़ने को दर्शाती है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि कन्या राशि विश्लेषणात्मक राशि है जो हर चीज़ को परफेक्ट रूप में पसंद करती है। ऐसे में, सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान जातक अपने कार्यों को अच्छे से और पूरी क्षमता के साथ करने में सक्षम होंगे।
इसके अलावा, सूर्य का यह राशि परिवर्तन जातकों के अंदर कड़ी मेहनत, स्पष्ट विचार और छोटी से छोटी बात पर ध्यान देने जैसे गुणों को मज़बूत बनाने का काम करेगा। सामान्य शब्दों में कहें तो, आप ऐसे क्षेत्रों में महारत हासिल करेंगे जहां आप अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने की क्षमता, तार्किक दृष्टिकोण और विश्लेषण के गुण का उपयोग कर सकेंगे।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, हीलिंग, स्वयं में सुधार करना और व्यक्तिगत प्रगति जैसे गुणों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। निजी जीवन में प्रगति हासिल करने के लिए सूर्य गोचर की यह अवधि आपके लिए फलदायी साबित होगी।
कुल मिलाकर, सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश आपको पेशेवर जीवन और रिलेशनशिप को संतुलित रखने, मेहनत करने, अनुशासन में और दृढ़ रहते हुए अपने लक्ष्यों को पाने के मार्ग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। हम कह सकते हैं कि यह एक ऐसा समय होगा जो व्यावहारिक, सोच-समझकर फैसले लेने और स्वयं को बेहतर बनाने के लिए श्रेष्ठ होगा।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ
मेष राशि
मेष राशि वालों के जीवन में सूर्य का कन्या राशि में गोचर तरक्की और सफलता लेकर आ सकता है, लेकिन यह कामयाबी आपको अपने प्रयासों के माध्यम से प्राप्त होगी। बता दें कि वर्तमान समय में सूर्य देव आपके पांचवें भाव में विराजमान हैं और अब गोचर करके आपके छठे भाव में प्रवेश कर जाएंगे। कुंडली में छठे भाव का संबंध शत्रुओं, कर्ज़ और रोगों से होता है। साथ ही, यह भाव प्रतियोगिता का भी प्रतिनिधित्व करता है।
ऐसे में, सूर्य गोचर की अवधि में आपको करियर में स्थिरता का अनुभव होगा और आपके इंक्रीमेंट के भी योग बनेंगे। वहीं, जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, उन्हें इस समय बिज़नेस में औसत सफलता मिलने की संभावना है और आपको थोड़ा बहुत लाभ की भी प्राप्ति होगी। सूर्य के कन्या में प्रवेश के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत हो सकती है क्योंकि आपको पैतृक संपत्ति या फिर अप्रत्याशित स्रोतों से धन लाभ हो सकता है। बात करें आपके प्रेम जीवन की, तो इन जातकों को रिश्ते में होने वाले किसी भी बदलाव को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना होगा और ऐसे में, आपके और साथी के बीच मतभेद जन्म ले सकते हैं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातक सूर्य का कन्या राशि में गोचर की अवधि में अपने छोटे भाई-बहनों को लेकर तनाव में नज़र आ सकते हैं। संभव है कि सूर्य गोचर के प्रभाव से आप उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए हद से ज्यादा धन ख़र्च करें या फिर उनके भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई देंगे क्योंकि सूर्य देव गोचर करके आपके चौथे भाव से पांचवें भाव में प्रवेश करेंगे।
इस अवधि में आप अपनी बुद्धिमानी और आगे बढ़ने की तीव्र इच्छा के साथ नौकरी में अपने लक्ष्यों को पाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। वृषभ राशि के जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह कारोबार में सफलता पाने के साथ-साथ अच्छा ख़ासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे, विशेष रूप से अगर आप पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं। सूर्य का यह गोचर आपको ज्यादा से ज्यादा धन कमाने और उसकी बचत करने के अवसर प्रदान करेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, सूर्य का कन्या राशि में गोचर आपके ऐशो-आराम और खुशियों को बढ़ाने का काम करेगा। इस अवधि में आपके लिए कोई नया काम शुरू करना फलदायी साबित होगा।
सूर्य का यह गोचर करियर के क्षेत्र में आपके लिए विदेश से नौकरी के अवसर लेकर आ सकता है जो आपको सफलता प्राप्त करने में सहायता करेंगे। साथ ही, जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वह अपने लक्ष्य निर्धारित करते हुए उन्हें पूरे करने की राह में आगे बढ़ेंगे, तो इस समय अपार लाभ के साथ-साथ सफलता भी प्राप्त कर सकेंगे। आर्थिक जीवन की बात करें तो, आप अपने प्रयासों और खुद को बेहतर बनाकर लाभ कमाने में सक्षम होंगे और साथ ही, अगर आप योजना बनाकर चलेंगे, तो धन की बचत भी कर सकेंगे।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान अपनी इच्छाओं के पूरे होने की वजह से प्रसन्न दिखाई दे सकते हैं, जिसका कारण आपके दसवें भाव के स्वामी सूर्य का ग्यारहवें भाव में गोचर होगा। बता दें की कुंडली का ग्यारहवां भाव लाभ, सामाजिक जीवन और बड़े भाई-बहनों का होता है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान व्यापार करने वाले जातकों को काम के सिलसिले में काफ़ी यात्राएं करनी पड़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, आप वह सफलता या उपलब्धि हासिल करने में सक्षम होंगे जिसका आपको लंबे समय से इंतज़ार होगा। पेशेवर जीवन में आप अपनी नीतियों के बल पर लाभ कमाने के साथ-साथ प्रतिद्वंदियों को भी टक्कर दे सकेंगे। हालांकि, इस समय आप आर्थिक जीवन को लेकर सुरक्षित महसूस करेंगे और ऐसे में, आप धन की बचत करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत बना सकेंगे।
धनु राशि
सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान धनु राशि के जातकों का सारा ध्यान काम पर केंद्रित हो सकता है। साथ ही, आप अपने कन्धों पर कुछ विशेष जिम्मेदारियों को भी ले सकते हैं। बता दें कि सूर्य देव का यह राशि परिवर्तन नौवें भाव के स्वामी के रूप में आपके दसवें भाव में होने जा रहा है।
वहीं, करियर के क्षेत्र में आपको कुछ बेहतरीन ऑनसाइट नौकरी के अवसर मिल सकते हैं और ऐसे में, आप प्रसन्न दिखाई दे सकते हैं। व्यापार करने वाले जातकों को कारोबार में लाभ और सफलता प्राप्त करने के लिए कुछ नई रणनीतियों को अपनाना होगा जो आपके लिए फलदायी साबित होगी। साथ ही, आप व्यापार में प्रतिद्वंदियों को भी टक्कर देने में सक्षम होंगे। इसके विपरीत, नौकरी में आपको इंसेंटिव और अन्य लाभों की प्राप्ति हो सकती है। यह पुरस्कार आपको आपकी कड़ी मेहनत के लिए मिलेगा।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों को रहना होगा सावधान
कन्या राशि
कन्या राशि वाले सूर्य का कन्या राशि में गोचर की अवधि में थोड़े असहज नज़र आ सकते हैं। साथ ही, आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की तुलना में परिणाम थोड़े कमज़ोर रह सकते हैं क्योंकि सूर्य का यह गोचर आपके बारहवें भाव से पहले भाव में होगा।
करियर की बात करें तो, कन्या राशि के जातकों को नौकरी में स्थान परिवर्तन का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि यह बदलाव आपको पसंद नहीं आएगा जिसके चलते आप तनाव में आ सकते हैं। वहीं, व्यापार के क्षेत्र में जातकों को भारी प्रतिद्वंदिता का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह से आपको अपनी योजनाओं को रोकना पड़ सकता है। आर्थिक जीवन में आपकी आय में गिरावट देखने को मिल सकती है और ऐसे में, आप उतनी बचत नहीं कर पाएंगे जितनी आप पहले किया करते थे।
मकर राशि
मकर राशि के वालों के लिए सूर्य देव आपके आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य का कन्या राशि में गोचर के दौरान इन जातकों को होने वाला लाभ कम रह सकता है और साथ ही, भाग्य का साथ भी ज्यादा न मिलने की आशंका है। इस दौरान आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि ग्रह आपके साथ नहीं दे रहे हैं।
इन जातकों पर नौकरी का बोझ बढ़ने के कारण आपको करियर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसी क्रम में, व्यापार के क्षेत्र में भी आपको भाग्य का साथ न मिलने के कारण ज्यादा लाभ की संभावना सीमित रह सकती है। सूर्य गोचर के दौरान आपका काफ़ी धन ख़र्च हो सकता है क्योंकि आपके परिवार के बुजुर्गों की सेहत नाज़ुक रह सकती है। वहीं, निजी जीवन में आपके मन में जीवनसाथी को लेकर असुरक्षा की भावना जन्म ले सकती है और ऐसे में, आपके और साथी के बीच मतभेद जन्म ले सकते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य का कन्या राशि में गोचर चुनौतीपूर्ण रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। साथ ही, आपको लाभ भी कम होने की आशंका है और इसका कारण आपके सातवें भाव के स्वामी सूर्य का आठवें भाव में प्रवेश करना होगा। ऐसे में, आपको महसूस हो सकता है कि किस्मत आपका साथ नहीं दे रही है।
जब बात आती है करियर की, तो आपको कार्यक्षेत्र पर सहकर्मियों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो आपके लिए मुसीबतें पैदा कर सकते हैं। व्यापार को देखें तो, कुंभ राशि के लोगों को व्यापार में प्रतिद्वंदियों और पार्टनर की तरफ से कुछ बाधाओं से जूझना पड़ सकता है और ऐसे में, व्यवसाय में आपका लाभ कम रह सकता है। यात्राओं की वजह से आपको हानि हो सकती है जिसकी वजह आपकी लापरवाही हो सकती है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: सरल एवं प्रभावी उपाय
- रोज़ाना सुबह जल में गुलाब की पखुंड़ियां और सिंदूर मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- प्रातःकाल सूर्य देव के मंत्र “ॐ सूर्याय नमः” का 108 बार जाप करें।
- जीवन में अनुशासन का पालन करें, समय के पाबंद बनें और अधिकारियों का आदर करें क्योंकि सूर्य देव सत्ता और व्यवस्था के भी कारक हैं।
- सूर्य देव को मज़बूत करने के लिए रविवार के दिन घी, गुड़ और लाल रंग का कपड़ा आदि दान करें।
- पिता, पिता तुल्य व्यक्ति या फिर अधिकारियों को भोजन कराएं और उनका सम्मान करें क्योंकि सूर्य देव इनका प्रतिनिधित्व करते हैं।
- मदिरा के सेवन, आलस और बेईमानी से बचें क्योंकि यह तीनों सूर्य की स्थिति को कुंडली में कमज़ोर करते हैं।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
राजनीति एवं नेतृत्व
- सूर्य का कन्या राशि में गोचर की अवधि में राजनेताओं को उनके वादों के बजाय कार्यों के परिणामों के आधार पर देखा जाएगा।
- दुनियाभर में सभी देशों की सरकारें सुधार, अनुशासन और कार्यों के प्रति जवाबदेही पर ज़ोर दे सकती है।
- सूर्य का यह गोचर विश्व में भ्रष्टाचार और ख़ामियों को संसार के सामने लेकर आने का काम कर सकता है।
- इस अवधि में प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र पारदर्शिता और बेहतर उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
- रोज़गार से जुड़े नियम, कानून और सर्विस इंडस्ट्रीज में सुधार आ सकता है।
मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य सेवाएं
- सूर्य के इस गोचर के दौरान लोग अपनी सेहत, शारीरिक साफ-सफ़ाई और स्वास्थ्य से जुड़े नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक होंगे।
- स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल रिसर्च में प्रगति देखने को मिलेगी।
- अधिकतर देश रोगों की रोकथाम और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को प्राथमिकता दे सकते हैं।
- डाइट, योग और हीलिंग जैसी सेवाओं की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है।
- दुनियाभर में मानसिक स्वास्थ्य और वर्क लाइफ में संतुलन बनाकर चलने को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जा सकते हैं।
टेक्नोलॉजी और डाटा एनालिसिस
- कन्या राशि को विश्लेषणात्मक राशि मानी जाता है और ऐसे में, दुनियाभर में एआई, डेटा मैनेजमेंट, साइबर सुरक्षा और एनालिटिक्स अपनी पकड़ मज़बूत कर सकती है।
- नए-नए आविष्कार करने के बजाय मौजूदा तकनीकों पर ज़ोर दिया जा सकता है।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: शेयर मार्केट रिपोर्ट
- ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के आधार पर शेयर मार्केट दिन पर दिन जोख़िम से भरा और सोच-समझकर निवेश करने वाला क्षेत्र बन जाएगा।
- इस अवधि में निवेशक रुझानों के बजाय आंकड़ों और तथ्यों पर आधारित निवेश करना पसंद करेंगे।
- जातकों का झुकाव छोटी और जोख़िम भरी योजनाओं के बजाय दीर्घकालिक योजनाओं में बढ़ेगा।
- डिफेंस और सुरक्षा से जुड़े क्षेत्रों में लोगों की रुचि बढ़ेगी।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा Om Asttro के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
राशि चक्र की छठी राशि कन्या के स्वामी बुध ग्रह हैं।
सूर्य ग्रह को सिंह राशि पर स्वामित्व प्राप्त है।
ज्योतिष में मंगल और गुरु ग्रह को सूर्य देव का मित्र माना जाता है।

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