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राहु महादशा शुरू होने के लक्षण और उससे बचने के उपाय

 Rahu Mahadasha: राहु महादशा शुरू होने के लक्षण और उससे बचने के उपाय


राहु की महादशा  इंसान के जीवन पर कैसे प्रभाव डालती है? राहु की दशा से पीड़ित व्यक्ति के जीवन में क्या कोई लक्षण नज़र आते हैं? अगर हाँ तो क्या? जानते हैं इन सभी सवालों का जवाब। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि, ग्रहों का मनुष्य के जीवन पर खास प्रभाव होता है। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ये ग्रह अशुभ परिणाम देने लगे तो व्यक्ति के जीवन में भारी उथल-पुथल मच जाती है। ऐसे व्यक्तियों के बनते-बनते काम बिगड़ने लगते हैं और जीवन में अनेकों तरह की समस्याएं आने लगती हैं। 

हालांकि कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि, लोगों को इस बात की भनक ही नहीं होती है कि, उनकी कुंडली में ग्रह अशुभ स्थिति में है जिसका उनके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। 

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि, यदि व्यक्ति के जीवन में कोई ग्रह अशुभ परिणाम दे रहा होता है तो, इससे व्यक्ति के जीवन में ऐसे कई लक्षण दिखने लगते हैं जिनकी सही पहचान कर हम उन अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम या दूर कर सकते हैं। 

ज्योतिष में राहु ग्रह का महत्व 

ज्योतिष की दुनिया में राहु को एक पापी ग्रह माना जाता है। कठोर वाणी, जुआ, यात्राएं, चोरी इत्यादि का कारक माना जाने वाला राहु ग्रह जिस इंसान की कुंडली में अशुभ स्थान में बैठा हो उसे आजीवन नकारात्मक परिणाम झेलने पड़ते हैं। वहीं दूसरी तरफ जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु शुभ स्थिति में मौजूद हो तो ऐसे व्यक्तियों का भाग्य चमक जाता है। ऐसे व्यक्ति प्रखर बुद्धि के होते हैं और धर्म का पालन करते हैं। जिसके दम पर समाज में उन्हें मान सम्मान और यश की प्राप्ति होती है। 

जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु पीड़ित स्थिति में मौजूद हो उन व्यक्तियों के जीवन में बुरी आदतें अपना घर बना लेती हैं। ऐसे व्यक्ति दूसरों से झूठ बोलने, छल करने, और कपट करने में विश्वास रखते हैं। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति अधर्मी स्वभाव के होते हैं। 

यदि आपके घर परिवार में बात-बात पर कलह हो जाती है, या आपके बनते-बनते काम बिगड़ जाते हैं, यह आपके जीवन में शत्रु हावी हो रहे हैं तो, ऐसा माना जाता है कि, यह सब आपकी कुंडली में किसी खराब ग्रह के मौजूद होने के लक्षण होते हैं। आज हम बात करते हैं राहु ग्रह की, व्यक्ति के जीवन में राहु दशा (Rahu Dasha) और उनसे बचने के उपाय के बारे में। 


राहु दशा के लक्षण  (Rahu Dasha Lakshan)

  • चेहरे में भारीपन आ जाना या चेहरे में अलग-अलग तरह के बदलाव होने लगना। खास करके गाल और जबड़े की हड्डी में बदलाव आना इस बात की तरफ संकेत देता है कि, आपकी कुंडली में राहु की महादशा (Rahu Mahadasha) चल रही है। 
  • आपके घर या आस पड़ोस में सीवरेज की समस्या होना भी इस बात की तरफ संकेत देता है कि आपकी कुंडली में राहु की दशा (Rahu Dasha) है। 
  • घर में एक अलग तरह की उदासी महसूस होना, घर में लगातार आती दरारें, घर में जंगली पेड़ो का उगना और जंगली कबूतरों का घर में घोंसला बनना। 
  • घर में या घर के आसपास गंदे पानी का इकट्ठा होना, दुर्गंध युक्त गंध का आना, मच्छर, आसपास का वातावरण एकदम अस्वस्थ होना। 
  • घर से कूड़ा करकट साफ करने और बाहर ले जाने में विवाद होना। 
  • बिना वजह धन और पैसे की बर्बादी होना। 
  • इसके अलावा जिन व्यक्तियों के जीवन में राहु की महादशा (Rahu Mahadasha) हो उन्हें चिंता, अवसाद, अनियमित रक्त संचरण, और चिड़चिड़ा होना बेहद ही आम समस्या होती है। 
  • इसके अलावा यदि आपके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बार-बार खराब हो जाते हैं। या फिर आपका मोबाइल बार-बार चोरी हो जाता है तो यह भी इस बात की तरफ संकेत देता है कि आपकी कुंडली में राहु दशा (Rahu Dasha) है। 
  • शक्ति या धन (लॉटरी इत्यादि के माध्यम से) हासिल करने के लिए शॉर्टकट अपनाने की उत्सुकता भी इस बात की तरफ संकेत देती है कि, कुंडली में राहु शुभ परिणाम नहीं दे रहा है। 
  • राहु के अशुभ प्रभाव से पीड़ित व्यक्ति बेतुके ख्याल और सोच और संदेह की भावना से घिरा रहता है। 
  • इसके अलावा महिलाओं में गर्भपात और विस्थापन की समस्या देखने को मिलती है। 
  • ऐसे व्यक्तियों का वॉशरूम बेहद ही अ-स्वच्छ, गंदा और बुरी गंध वाला होता है। 
  • कुंडली में राहु महादशा (Rahu Mahadasha) होने पर व्यक्ति गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त होने लगता है। इसके अलावा उनका गलत कामों और गलत गतिविधियों की तरफ झुकाव बढ़ने लगता है। 
  • घर में दीमक का लगना। 
  • बुरी आदतों की लत। 
  • हमेशा बीमार रहना या फिर बीमारियाँ जो लंबे समय तक आपका पीछा ना छोड़े। 
  • अचानक से अज्ञात स्थानों का पता लगाने की जिज्ञासा पैदा होना। 

यह सब इस बात की तरफ संकेत देते हैं कि, हमारे कुंडली में राहु की महादशा (Rahu Mahadasha) है। 

राहु महादशा के उपाय (Rahu Mahadasha Upay)

यदि आपको अपने जीवन में ऊपर दिए गए लक्षण नजर आते हैं और ऐसे में अब दिमाग में यह भय बना हुआ है कि, राहु की महादशा (Rahu Mahadasha) को दूर या कुंडली में मौजूद उग्र राहु को शांत कैसे कर सकते हैं तो आइए जानते हैं राहु शांति के कुछ बेहद सरल उपाय (Rahu Shanti Upay)  जिन्हें अपनाकर आप राहु को ना सिर्फ शांत कर सकते हैं बल्कि, उनकी प्रसन्नता हासिल करके अपने जीवन को वापस सुगम और खुशहाल भी बना सकते हैं। 

हम यहां कुछ ऐसे बेहद सरल उपाय बता रहे हैं जिन्हें आप रोजाना अपना सकते हैं। 

  • अपने जीवन में किसी भी प्लान के साथ उसकी वैकल्पिक योजना हमेशा तैयार रखें। 
  • जल्दबाजी में फैसले लेने से बचें। आपको एक फैसला लेने में जितना समय लगे आप बे-झिझक लें। 
  • अपने घर को साफ सुथरा रखें, मुमकिन हो तो उसकी दोबारा रंगाई पुताई कराएं, लाइट अच्छी लगायें और सीवरेज सिस्टम साफ करवा लें। इससे राहु दशा (Rahu Dasha) को शांत करने में मदद मिलती है। 
  • घर में मौजूद सभी खराब इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को घर से बाहर निकाल दें। 
  • जहां भी जरूरी लगे किसी जानकार या पेशेवर लोगों की मदद लें। 
  • घर में जितना मुमकिन हो सुगंधित चीजें लगाएं। आप इसके लिए अगरबत्ती, धूनी, घी के दीपक इत्यादि का प्रयोग करें। आप चाहे तो नारियल की भूसी से तैयार होने वाला धूनी भी जला सकते हैं। इसके अलावा कपूर भी राहु दशा शांति (Rahu Dasha Shanti) का एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। 
  • अपने घर में शंख, कासर, घंटी इत्यादि बजाएं और मुमकिन हो तो सुबह सवेरे और शाम के समय तेज आवाज़ में मंत्र चलाएँ/बजाएं। 
  • ध्यान करें और गहरी सांस लें। इससे भी आपको मदद हासिल होगी। 
  • हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि, राहु आपके विचारों के साथ खेलते हैं, ऐसे में जितने ज्यादा सकारात्मक विचार आप खुद के अंदर रखेंगे आपको राहु का उतना ही सकारात्मक परिणाम हासिल होगा। 
  • रोजाना माता छिन्नमस्ता स्तोत्रम को 108 बार सुनें
  • किसी भी बुरी लत से ज्यादा से ज्यादा दूरी बनाकर रखें। 
  • कोई भी ऐसा काम करने से बचे जो आपके जीवन में तनाव या चिंता पैदा करता हो।
  • रोज त्रिक क्रिया का अभ्यास करें।

राहु महादशा शांति रत्न (Rahu Mahadasha Shanti Ratna): गोमेद 

राहु दशा शांति रुद्राक्ष (Rahu Dasha Shanti Rudraksh): 8 मुखी रुद्राक्ष 

राहु दशा शांति यंत्र (Rahu Dasha Shanti Yantra): राहु यंत्र 

राहु मंत्र (Rahu Mantra): राहु का वैदिक मंत्र

ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता।।

राहु का तांत्रिक मंत्र

ॐ रां राहवे नमः

राहु का बीज मंत्र

ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः

हम आशा करते हैं ये लेख आपको पसंद आया होगा। OmAsttro के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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